Difference Between Demand Recoverable and Bills Recoverable.
वसूली योग्य मांग (Demand Recoverable)
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बिल्स वसूली (Bills Recoverable)
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1. वसूली योग्य मांग की शुरुआत रेलवे में 01.04.1988 से हुआ है।
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1. बिल्स वसूली रेलवे में शुरू से ही है।
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2. वसूली योग्य मांग यातायात उचन्त का एक भाग है अतः इसकी वसूली से यातायात उचन्त में कमी आती है जिससे परिचालन अनुपात बेहतर होता है।
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2. बिल्स वसूली से राजस्व मांग में कमी आती है जिससे भी परिचालन अनुपात बेहतर होता है।
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3. इसके प्रचालन का प्रमुख उद्देश्य है रेंट, लीज प्रभार बिल्डिंग का, ब्याज एवं अनुरक्षण प्रभार साइडिंगों का प्राइवेट पार्टियों से वसूल कर रेलवे के खाते में लाना।
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3. इसके प्रचालन का प्रमुख उद्देश्य है जल, बिजली,कर्मचारी प्रभार प्राइवेट पार्टियों से वसूल कर रेलवे के खाते में लाना।
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4. यह सरकारी और वाणिज्यिक लेखा को जोड़ने के लिए एक लिंक हेड है।
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4. यह लिंक हेड नहीं है।
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5.जब रेलवे बिल्स तैयार करती है तो-
वसूली योग्य मांग………..Dr.
To "Z" आय…………...Cr.
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5.जब रेलवे बिल्स तैयार करती है तो-
संबंधित राजस्व मांग……….Dr.
To चेक एंड बिल्स………...Cr.
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6.जब पार्टी से भुगतान प्राप्त हो जाती है तो-
Remittance into Bank……….Dr.
To Demand Recovarable…...Cr.
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6.जब पार्टी से वसुली हो जाती है तो-
Remittance into Bank………….Dr.
To Concerned Revenue Demand..Cr.
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7. यह विविध आय का भाग है।
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7. यह विविध आय भाग नहीं है, क्योंकि यह पार्टी से वसूली के पहले ही राजस्व व्यय के मांग में कम कर के लेखा में दिखाया गया है (सिर्फ पानी एवं बिजली प्रभार को छोड़कर)
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(2000W,2016W,2017-18 Books & Budget)
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